PM Vishwakarma scheme 2024 , How to enroll – पीएम विश्वकर्मा योजना –
यह योजना पूरी तरह से भारत सरकार द्वारा बित्त पोषित है जिसका प्रारंभिक परिव्यय 13,000 हजार करोड़ रूपये है इस योजना को सरकार द्वारा 23 सितम्बर 2023 को सुभारम्भ किया गया था । और इस योजना को सरकार ग्रामीण स्तर पर जिला प्रशासन की मदद से क्रियान्वन कर रही है ।
PM Vishwakarma scheme – पीएम विश्वकर्मा योजना का लक्ष्य –
इस योजना को सूक्ष्म , लघु और मध्यम उद्ध्यम मंत्रालय ( MoMSME ), कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय (MoMSDE ) और वित्तीय सेवा विभाग ( DFS ) , वित्त मंत्रालय भारत सरकार द्वारा संयुक्त रूप से लागु करते हुए राज्य सरकार की मदद से क्रियान्वयन करना है ।
इस योजना का उद्देश्य भारत के अन्दर परम्परागत तरीके से कार्य कर रहे शिल्पकारो एवं कारीगरों जो ग्रामीण या शहरी स्तर पर अपना जीविकोपार्जन कर रहे है या स्वयम का लघु उद्योग लगाना चाहते है उनको पूर्ण रूप से सहायता प्रदान करना है ।
इस योजना के अंतर्गत कारीगरों के शाशाक्तिकर्ण को बढ़ावा देना है । साथ ही साथ पीएम विश्वकर्मा योजना के क्रियान्वन के दौरान उनको INSURANCE , PENSION एवं HEALTH BENEFIT का लाभ भी दिया जाएगा ।
PM Vishwakarma scheme -पीएम विश्वकर्मा योजना में किस श्रेणी के लोग शामिल हो सकते है ?
इस योजना अंतर्गत मुख्य रूप से महिलाओं और अनुसूचित जातियों ( SC) अनुसूचित जन जातियों( ST) अन्य पिछड़ा वर्ग विशेष रूप से सक्षम , ट्रांसजेंडर को शामिल किया गया है ।
PM Vishwakarma scheme – पीएम विश्वकर्मा योजना में कौन कौन से व्यवसायों को शामिल किया है
इस योजना के अंतर्गत सरकार द्वारा कुल 18 प्रकार के व्यवसायों को शामिल किया गया है जो निम्नवत है –
नाव निर्माता, लोहार , हथियार निर्माता, हथौड़ा और टूल किट निर्माता, कुम्हार, राजमिस्त्री, ताला बनाने वाला, बढ़ई , सोनार, मूर्तिकार (मूर्तिकार, पत्थर तराशने वाला), पत्थर तोड़ने वाला, मोची/जूता कारीगर; टोकरी/चटाई/झाड़ू निर्माता/कॉयर बुनकर,माला बनाने वाला, गुड़िया और खिलौना निर्माता (पारंपरिक), नाई, धोबी, मछली पकड़ने का जाल निर्माण में लगे कारीगरों और शिल्पकारों और दर्जी आदि ।
Benefits of PM Vishwakarma scheme – पीएम विश्वकर्मा योजना से लाभ –
इस योजना के अंतर्गत कारीगरों और शिल्पकारों को निम्न लाभ पहुंचाई जाएगी –
- कौशल उन्नयन – Skill Upgradation : हर कारीगरों को 5 से 7 दिनों की बुनियादी प्रशिक्षण और 15 दिनों या उससे अधिक का उन्नत प्रशिक्षण दिया जाएगा इस दौरान उनको 500 रुपये प्रति दिन के वजीफे के रूप में प्रदान की जाएगी ।
- टूलकिट प्रोत्साहन – Toolkit Incentive : इस योजना के क्रियान्वयन हेतु कुशल कारीगरों को बुनियादी कौशल प्रशिक्षण की शुरुआत में ई-वाउचर के रूप में 15,000 रु का टूलकिट प्रोत्साहन – Toolkit Incentive दिया जाएगा जिससे वो अपने टूल की खरीद कर सकते है।
- कर्ज सहायता – Credit Support : कारीगरों को बिना किसी प्रकार के कुछ गिरवी रखे ‘उद्यम विकास ऋण’ – Enterprise Development Loans के 18 से 30 महीने के अवधि पर तीन लाख रुपए ( Rs 300000/- ) तक का ऋण प्रदान किया जाएगा जो एक लाख और दो लाख रुपए के दो किश्तों में होगी । या लोन 5 प्रतिशत निर्धारित रियायती ब्याज दर पर भारत सरकार द्वारा 8 प्रतिशत की सीमा तक छूट भी दिया जाएगा । लाभार्थियों द्वारा बुनियादी प्रशिक्षण पूरा कर लेने के उपरांत एक लाख रुपये तक की ऋण सहायता की पहली किश्त लेने के लिए पात्र समझे जाएँगे । जो लाभार्थी पहली किश्त का लाभ उठा लेंगे उनको दूसरी ऋण किश्त उपलब्ध परन्तु इन सारे प्रक्रिया में लाभार्थी को डिजिटल लें दें करना होगा तथा अपने बैंक अकाउंट से लें दें करना होगा ।
- डिजिटल लेनदेन के लिए प्रोत्साहन: प्रत्येक डिजिटल भुगतान या रसीद के लिए प्रति डिजिटल लेनदेन एक रुपये की राशि के हिसाब से अधिकतम 100 लेनदेन मासिक तक लाभार्थी के खाते में जमा किया जाएगा।
- विपणन सहायता: मूल्य श्रृंखला से जुड़ाव में सुधार के लिए कारीगरों और शिल्पकारों को गुणवत्ता प्रमाणन, ब्रांडिंग, जीईएम जैसे ई-कॉमर्स प्लेटफार्मों पर मौजूदगी, विज्ञापन, प्रचार और अन्य विपणन गतिविधियों के रूप में विपणन सहायता प्रदान की जाएगी।
पीएम विश्वकर्मा योजना के क्या पात्रता चाहिए – कौन कौन आवेदन कर सकते है
- स्व-नियोजित या इच्छुक कारीगर और शिल्पकार जो योजना में चिन्हित 18 ट्रेड्स में से किसी एक से सम्बंधित हो ।
- वैसे व्यक्ति जो या तो सवा रोजगार कर रहे हो , या अपना उद्यम स्थापित करने की इच्छा रखते हो ।
- पंजीकरण करते समय कम से कम उनकी उम्र 18 वर्ष होना चाहिए ।
- एक परिवार में केवल एक ही व्यक्ति आवेदन कर सकते है ।
- कोई भी व्यक्ति जिसने PMEGP , PM मुद्रा योजना , PM स्वनिधि योजना आदि जैसी किसी सामान केंद्रीय या राज्य स्तारिये योजनओं का लाभ पिछले 5 सालों में नहीं लिया है । PM मुद्रा योजना , PM स्वनिधि योजना के लाभुक के लिए जिन्होंने अपना ऋण स्वीकृति पूरी तरह से चुकता कर दिया हो वो इसमें आवेदन कर सकते है ।
- लाभार्थी या उनका परिवार ( परिवार का अर्थ पति पत्नी और उनके बच्चे से है ) किसी भी सरकारी सेवा में नहीं होना चाहिए ।
पीएम विश्वकर्मा योजना में आवेदन के लिए अवश्यक दस्तावेज क्या चाहिए ?
लाभार्थी को पंजी कारन के लिए निमंलिखित दस्तावेजों की आवस्यकता है ।
- आधार कार्ड – AADHAR CARD
- सक्रिय मोबाइल नंबर –( आधार से लिंक होना जरुरी है ) – Mobile Number ( Linked with Aadhar)
- बैंक का विवरण – ( आधार से लिंक होना जरुरी है )- Bank Details ( Aadhar Linked )
- राशन कार्ड – राशन कार्ड नहीं होने की स्थिति में सभी सदस्यों का आधार कार्ड होना अवश्यक है
- email id – ( भविष्य में कम आ सकते है )
- पासपोर्ट साइज़ के रंगीन फोटो कॉपी
- जाती प्रपं पत्र –
- अवासिये प्रमाण पत्र –
PM Vishwakarma scheme How to enroll – पीएम विश्वकर्मा योजना – नामांकन कैसे करें –
इस योजना के अंतर्गत सभी तरह के आवेदन पूर्ण रूप से ऑनलाइन प्रक्रिया के माद्यम से स्वीकार किये जाएँगे
इसके लिए आपको निचे के दिए हुए सरकारी web पोर्टल पर क्लिक करना होगा https://pmvishwakarma.gov.in/
—सत्यापन और अनुमोदन —-
पीएम विश्वकर्मा योजना के तहत पंजीकृत कारीगरों और सिल्प्कारों के लिए स्क्रीनिंग का पहला कदम ग्राम पंचायत स्तर पर ग्राम प्रधान एवं नगर निकाय स्तर पर कार्यकारी प्रमुख / प्रशासक के मध्यम से होगा
जाँच और सिफारिस सत्यापन हेतु दुसरे चरण में जिला कार्यान्वयन समिति द्वारा किया जाएगा, जो लाभार्थी द्वारा ऑनलाइन किये गए आवेदनों एवं दस्तावेजों की उचित जाँच और सिफारिश सुनिश्चित करेगी
निम्न पदाधिकारी इस योजना मु मुख्या भूमिका निभाएंगे
क्रम स० | पदाधिकारी का नाम | पद नाम |
1 | जिला पदाधिकारी | अध्यक्ष |
2 | उप विकास आयुक्त | उपाध्यक्ष |
3 | महाप्रबंधक जिला उद्योग केंद्र | संयोजक |
4 | DFO , MoMSME के प्रतिनिधि | सदस्य |
5 | श्रम अधीक्षक | सदस्य |
6 | पंचायती राज पदाधिकारी | सदस्य |
7 | नगर आयुक्त , नगर निगम या उनके प्रतिनिधि / कार्यपालक पदाधिकारी ( सभी नगर परिषद / नगर पंचायत ) | सदस्य |
8 | प्रबंधक जिला अग्रणी बैंक | सदस्य |
9 | कामन सर्विस सेण्टर का जिला स्तारिये संयोजक | सदस्य |
लाभार्थियों के पंजीकृत आवेदन की अंतिम मंजूरी MoMSME – DFO में स्क्रीनिंग समिति द्वारा जिला कार्यान्वयन समिति से की गई सिफारिशों पर विचार करने के बाद स्वीकृति दी जाएगी ।
इसके अलावे आप और भी जरुरी योजना देख सकते है